मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान: national park of MP
मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान: national park of MP
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मध्य प्रदेश का कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान-national park of MP
सन 1995 में कान्हा को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में गठित किया गया। यहां राष्ट्रीय उद्यान एशिया के सबसे अच्छे पार्क के रूप में है।
यहां राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के मंडला जिले में है।
इसमें ब्रेडरी प्रजाति का बारहसिंघा पाया जाता है।
कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल 939.947 वर्ग किलोमीटर है।
मंडला में इसे 1933 में अभयवन, 1952 में अभ्यारण तथा 1955 में राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया। यहां सबसे पहला और मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। जिसे 1974 से टाइगर प्रोजेक्ट योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है।
मध्य प्रदेश का सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान-national park of MP
यहां होशंगाबाद जिले में 1983 में स्थापित किया।
यहां 528.729 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है ।
इसे 1999-2000 मैं प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल कर लिया गया है।
मध्य प्रदेश का माधव राष्ट्रीय उद्यान-national park of MP
इसकी स्थापना 1958 में शिवपुरी जिले में की गई।
इसमें मुख्य वन्यजीव तेंदुआ, सांभर, चीतल आदि है।
यहां 375.230 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
मध्य प्रदेश का बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान-national park of MP
यह उमरिया जिले में स्थित है।
इसकी स्थापना 1968 में की गई।
बाघ की दृष्टि से देश में सर्वाधिक घनत्व वाला राष्ट्रीय उद्यान है।
यहां 32 पहाड़ियों से घिरा हुआ राष्ट्रीय उद्यान है।
इसे 1993 से प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया है।
इसका क्षेत्रफल वर्ग किलोमीटर है।
मध्यप्रदेश का पन्ना राष्ट्रीय उद्यान-
यहां राष्ट्रीय उद्यान छतरपुर में है।
इसमें रेंगने वाले जीव पाए जाते हैं जिसके कारण यहां प्रदेश का एकमात्र रेप्टाइल पार्क है।
यहां 1981 में स्थापित किया गया।
यहां 1994 से प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल है।
इसका क्षेत्रफल वर्ग किलोमीटर है।
मध्यप्रदेश का वन विहार राष्ट्रीय उद्यान-national park of MP
यहां राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में है ।
यहां 1979 में स्थापित किया गया।
इसका क्षेत्रफल 4.452 वर्ग किलोमीटर है।
मध्य प्रदेश का पेंच राष्ट्रीय उद्यान-national park of MP
पेंच नदी के नाम से बना और 1992 में गठित यहां पेंच बाघ अभ्यारण सतपुरा श्रेणियों के दक्षिणी इलाकों में स्थित है।
यहां से बहती पेंच नदी इस राष्ट्रीय उद्यान को छिंदवाड़ा और सिवनी जिलों के बीच विभाजित कर देती है।
इसकी स्थापना 1975 में की गई ।
यहां सिवनी छिंदवाड़ा जिले में स्थापित है।
1980 में इसे टाइगर प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया गया।
यहां राष्ट्रीय उद्यान 292.857 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
मध्य प्रदेश का सबसे छोटा फासिल राष्ट्रीय उद्यान-national park of MP
यहां डिंडोरी जिले के शाहपुर में स्थित है।
इसकी स्थापना 1968 में की गई।
यहां प्रदेश का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है जिसका क्षेत्रफल 0.270 वर्ग किलोमीटर है ।
यहां प्रदेश का पहला जीवाश्म उद्यान है।
मध्य प्रदेश का संजय राष्ट्रीय उद्यान-national park of MP
यहां प्रदेश के सीधी शहडोल जिले में आता है जिसके कारण इसका अधिकांश भाग छत्तीसगढ़ में चला गया है।
2008 में इसे टाइगर प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया गया था।
1981 में से राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया।
इसका क्षेत्रफल 466.657 वर्ग किलोमीटर है।
मध्य प्रदेश का डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान-
यहां राष्ट्रीय उद्यान 2 दिसंबर 2010 को अस्तित्व में आया।
यहां धार जिले में स्थित है।
इसका क्षेत्रफल वर्ग किलोमीटर है।
इस राष्ट्रीय उद्यान में डायनासोर के जीवाश्म रखे गए हैं।
मध्य प्रदेश का ओंकारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान
- यहां मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित है।
- इस राष्ट्र उद्यान की स्थापना 2004 में की गई।
- इस राष्ट्र उद्यान का क्षेत्रफल ग्वार के किलोमीटर है।
*राष्ट्रीय उद्यान से जुड़े अन्य तथ्य*
- राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों में सर्वाधिक संख्या में पाया जाने वाला जीव चीतल है।
- प्रदेश का पहला जीवाश्म उद्यान डिंडोरी में स्थित है।
- प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान है।
- प्रदेश का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान फासिल राष्ट्रीय उद्यान है। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान सफेद शेरों के लिए प्रसिद्ध है।
- प्रदेश का एकमात्र सर्प उद्यान भोपाल में है।
- दुर्लभ प्रजाति ब्रैड्री क बारासिंघा प्रदेश के एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान कान्हा किसली में पाया जाता है।
- मध्य प्रदेश के कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान में अमेरिका की मदद से पार्क इंटरप्रिटेशन योजना लागू की गई है।
- मध्य प्रदेश के संजय राष्ट्रीय उद्यान का पुराना नाम डुबरी है।
- मध्यप्रदेश के पन्ना में रेप्टाइल पार्क है, जो प्रदेश में एकमात्र है।
- माधव राष्ट्रीय उद्यान में एक पहाड़ी के ऊपर जॉर्ज कैसल नामक एक भूमि भवन बना हुआ है।
- मध्य प्रदेश के पेंच राष्ट्रीय उद्यान में कृष्ण मृगो की संख्या सर्वाधिक है।
- मध्य प्रदेश के कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान में हालो घाटी तथा बंजार घाटी स्थित है।
- मध्य प्रदेश के कान्हा किसली तथा बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान को जंगल गलियारा योजना के तहत जोड़ने का प्रस्ताव है।
- मध्य प्रदेश का पेंच राष्ट्रीय उद्यान अब इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता है।
- विश्व में टाइगर प्रोजेक्ट के जन्मदाता गेनीमेड फोर्ड है जबकि भारत में इसके जन्मदाता कैलाश सांख़िलय हैं।
- भोपाल का वन विहार राष्ट्रीय उद्यान एक अनोखा राष्ट्रीय उद्यान है जिसे आधुनिक चिड़ियाघर के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।
- रीवा को मध्यप्रदेश में सफेद शेरों की भूमि कहा जाता है।
- मध्यप्रदेश में कुल 11 राष्ट्रीय उद्यान है।
- भारत के मध्य प्रदेश राज्य में सर्वाधिक राष्ट्रीय उद्यान है।